खाकी और सफेदपोश के हमबिस्तर से ही अपराध की पैदाइश होती है। इसमें कोई दो मत नहीं कि कोई भी अपराध पुलिस की नजर से छिपा हो और उस अपराध से जुड़े अपराधी को किसी सफेदपोश का संरक्षण प्राप्त हो। इन्हीं के संरक्षण में अपराध का जन्म होता है और यही अपराध बड़ा होकर अपराधी का शक्ल-ओ-सूरत धारण कर लेता है। अब तो थाना-चौकियों से लेकर पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों तक अपराधियों के सांठगांठ होने लगे हैं। जितना बड़ा मस्तिष्क उतना बड़ा तिलक इन्हीं के चौबारे में देखने को मिलता है साहब।
फौरी तौर पर (जमाना-ए-हाल) छत्तीसगढ़ प्रदेश में इससे जुड़े प्रमाण सामान्यतः देखा जा सकता है। शराब की तो बात ही छोड़िए जनाब यहाँ तो गांजा, भांग और दीगर मादक पदार्थ भी सहज उपलब्ध होने की कानाफूसी होते रहती है। तिस पर तुर्रा यह कि ऑनलाइन सट्टा “महादेव एप” के कारोबार में तो मुख्यमंत्री के एक सलाहकार का नाम भी जुड़ चुका है, और जब “महादेव सट्टा कारोबार” का नाम सामने आया है तो अब इसी कड़ी में कुछ और भी नए कारोबारियों की कारगुजारी सामने आने लगी है।
रायपुर । राजधानी रायपुर में महादेव बुक की तरह पुलिस ने वुड 777 और जेम्स 777 ऑनलाइन सट्टा वेबसाइट पर सट्टा खिलाने वाले व आईडी खरीदने वाले 5 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से महंगे मोबाइल फोन व नगदी रकम बरामद की गई है। सटारियों के कब्जे से जब्त सामान की कीमत लगभग दो लाख रुपए है।
गुढ़ियारी थाने क्षेत्र का है मामला
भारत माता चौक पास एक व्यक्ति द्वारा ऑनलाइन सट्टा आईडी लेकर मोबाइल से सट्टा खिलाए जाने की सूचना गुढ़ियारी पुलिस की मिली। एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट और थाना गुढ़ियारी पुलिस ने मुखबिर के बताए जगह पर सटोरिया को सट्टा खिलाते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपना नाम प्रधान साहू, निवासी कबीर नगर रायपुर बताया। मोबाइल को चेक करने पर उसमें ऑनलाइन सट्टा की आईडी लेकर सट्टा संचालित करना पाया गया।
आईडी के संबंध में पूछताछ करने पर गोगांव स्थित महामाया ट्रेडर्स के संचालक आकाश अग्रवाल से आईडी लेना बताया। उसने यह भी बताया कि रामगोपाल जैन और रूपेश वर्मा ने भी आकाश अग्रवाल से आईडी लिया है। इसके पुलिस ने आकाश अग्रवाल, रामगोपाल जैन और रूपेश शर्मा गिरफ्तार किया। उनके मोबाइल में भी ऑनलाइन सट्टा का वुड 777 और जेम्स 777 ऑनलाइन सट्टा वेबसाइट मिला।
एक फरार, गिरफ्तार आरोपियों से 5 मोबाइल और 50 हजार नगद जब्त
इसी क्रम में आरोपी आकाश अग्रवाल से ऑनलाइन सट्टा आईडी के संबंध में पूछताछ करने पर उसने बताया कि गुढ़ियारी निवासी आशीष वासवानी से आईडी ली थी। इसका भुगतान उसके कर्मचारी ने आकाश खटवानी नाम को करना बताया। इसके बाद पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने 5 नग मोबाइल और नगदी रकम 50 हजार रुपए जब्त किया गया है। जब्त सामान की कीमत दो लाख रुपए आंकी गई है। इस मामले में आरोपी आशीष वासवानी फरार है। सभी के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
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